Shani Sade Sati: शनि की साढ़े साती चल रही है तो भूलकर भी न पहनें ये 1 चीज, वरना…

Shani Sade Sati
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Shani Sade Sati: ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्म और न्याय का फलदाता कहा जाता है। साथ ही सनातन धर्म में भी शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि वे व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। साथ ही शनि को कलयुग का दंडाधिकारी भी बताया गया है।

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो साढ़े साती शनि की साढ़े सात साल तक चलने वाली एक ग्रह दशा है। अगर किसी जातक की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती लगी हो तो उस व्यक्ति को अनेक समस्याएं हो सकती हैं। दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि शनि सबसे धीमी गति से घूमने वाला ग्रह है। शनि को एक राशि से दूसरी राशि तक गोचर करने में करीब 30 महीने यानी ढाई साल का समय लग जाता है।

परेशानियों से भरा हुआ रहता है जीवन

आपको बता दें कि जो जातक शनि की साढ़े साती से प्रभावित होते हैं उनका जीवन अक्सर परेशानियों से घिरा हुआ होता है। शनि की साढ़े साती से परेशान जातकों को आर्थिक, मानसिक, शारीरिक और पारिवारिक सहित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि जो लोग साढ़े साती से पीड़ित होते हैं, उनको इस समय के दौरान सोना पहनना चाहिए या नहीं। तो चलिए शुरू करते हैं।

कितने दिनों तक करता है प्रभावित

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि राशि का प्रभाव वर्तमान राशि, उसके पिछली और अगली राशि पर भी होता है। जिसके कारण यह साढ़े सात साल तक प्रभावित करता है। वैदिक ज्योतिष में इसे ही साढ़े साती के नाम से जाना जाता है और यही कारण है कि इसे हम शनि की साढ़े साती कहते हैं। इस दौरान जातकों के मन में भय पैदा हो जाता है।

जातकों पर लंबे समय तक रहता है असर

बता दें कि शनि एक ऐसा ग्रह है जो सभी ग्रहों के मुकाबले काफी मंद गति यानी धीरे-धीरे चलता है। इसलिए इसका प्रभाव जिन राशि के जातकों पर होता है उसका असर लंबे समय तक रहता है। ऐसा कहा जाता है शनि देव जातकों को सिर्फ बुरा फल ही नहीं देते हैं, वे कुछ जातकों को शुभ प्रभाव भी देते हैं। लेकिन इसके लिए जातकों के कर्म अच्छे होने चाहिए।

क्या पहनना चाहिए सोना धातु?

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो शनि की साढ़ेसाती के दौरान सोना धातु नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि सोना को सूर्य की धातु माना जाता है और धार्मिक शास्त्र के अनुसार शनि देव सूर्य देव के पुत्र हैं। ऐसी पौराणिक मान्यता है कि पिता और पुत्र के बीच शत्रुता है, जिसके कारण अगर आप साढ़े साती के दौरान सोना धातु धारण करते हैं तो इससे आपको अशुभ फल प्राप्त होगा। साथ ही साथ आपके आसपास नकारात्मक माहौल बना हुआ रहेगा। सोना धातु धारण करने से जातकों को पारिवारिक, शारीरिक, मानसिक और आर्थिक सहित कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। न्यूज धर्मा एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

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